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मोदी जी! टॉयलेट, अस्पताल, स्कूल…अर्थव्यवस्था..कुछ न चंगा सी
जहां प्राइमरी स्कूलों में लोग इसलिए लोग टीचर बनना चाहते हैं कि वहां आराम हैं, सरकारी नौकरी इसलिए लोग करना चाहते हैं क्योंकि वहां छंटनी का डर नहीं है…घूस है, पैसे हैं….वहां बेहतर सुविधाओं की उम्मीद भी करना पाप है.
उस ‘शून्य’ की कहानी, जिसे ‘डक’ कहा जाता है!
बिना एक भी गेंद खेले शून्य पे आउट होने वाले बल्लेबाज़ के लिए डायमंड डक का उपयोग किया जाता है
इंसानों को मार और गायों को मरता हुआ छोड़ रहे ‘गौरक्षक’
आज कल पूरे देश भर में एक ‘भय’ का माहौल बन रहा है। भीड़ आती है, आप पर कोई आरोप…
