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गेस्ट राइटर

काश! इश्क़ की बातें होतीं

काश के मेरा नाम इश्क़ होता तुम्हारा नाम भी इश्क़ होता क्या होता जब सबका नाम इश्क़ होता। हम जिस… Read More

जल संरक्षण समय की जरूरत

जल ही जीवन है। यह बात कई दशकों से हम कहते एवम सुनते आ रहे हैं। जल हमें प्रकृति से… Read More

पॉलिटिकल भक्ति: समयानुसार “जय श्री राम”

"जय श्री राम" बड़ा ही करिश्माई नारा है| सच में इसका उच्चारण करते ही "भक्तों" की छाती पूरे 56 इन्च… Read More

महिलाओं की लड़ाई पुरुषों से नहीं समाज से है

भारत में आज भी शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार जैसे विषयों पर महिलाओं कि स्थिति अब भी बहुत ज्यादा नहीं बदल… Read More

क्या है वाल ऑफ़ काइंडनेस की कहानी?

दुनिया में दीवारों की कमी नहीं है। अनगिनत दीवारें हैं। हर घर में कई दीवारें हैं जिन पर छत टिकी… Read More

क्या ठरकी पत्रकारिता के अच्छे दिन चल रहे हैं?

तथ्यपरक सवाल, वस्तुपरख पत्रकारिता, सरकार से उद्देश्यपरक सवाल अब नही पूछे जाते हैं। जनवादी पत्रकारिता अब विरले ही देखने को… Read More