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कविताई

कभी तो सामने आ बे-लिबास हो कर भी

कभी तो सामने आ बे-लिबास हो कर भी, अभी तो दूर बहुत है तू पास हो कर भी. तेरे गले… Read More

दंगों के बीच जूझती एक प्रेम कथा, सत्य व्यास की ‘चौरासी’

किताब में चार किरदार हैं. मुख्य किरदार का नाम ऋषि है. ऋषि भी दंगों से ही सम्बंधित है. ऋषि जिस… Read More

शकील बदायुनी: प्यार लिखने वाला शायर, जिसने कितनों को स्टार बना दिया

इंसाफ़ की डगर पे, बच्चों दिखाओ चलके ये देश है तुम्हारा, नेता तुम्ही हो कल के या नन्हा मुन्ना राही… Read More

मॉब लिंचिंग: सारे जहां से अच्छा यह गउसितां हमारा!

सारे जहाँ से अच्छा ये गऊसितां हमारा, लगता है दुश्मन हमको यहाँ हर मियाँ हमारा। खाती हैं कूड़ा कचरा मरती… Read More

आसमान वालों को गीत सुनाने चले गए महाकवि गोपाल दास नीरज

नीरज साहब की मानें तो "न जन्म कुछ, न मृत्यु कुछ, बस इतनी सी बात है, किसी की आंख खुल… Read More

बदनाम ही सही लेकिन गुमनाम नहीं हूं मैं: मंटो

विभाजन और विभाजन से होने वाले दंगे का मंटो पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा था. इस त्रासदी को मंटो के… Read More

कविताईः ‘जो तटस्थ हैं समय लिखेगा उनका भी अपराध’

ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित रामधारी सिंह दिनकर हिंदी साहित्य के सर्वश्रेष्ठ कवियों में गिने जाते हैं। राष्ट्रीय चेतना से भरपूर… Read More

भवानी प्रसाद मिश्रः जन्मदिन विशेष – ‘सतपुड़ा के घने जंगल’

अज्ञेय के दूसरे तारसप्तक के कवि भवानी  प्रसाद मिश्र ने इस देश के स्वतंत्रता संग्राम से लेकर आपातकाल तक के… Read More

दुख हूं मैं एक नए हिन्दी कवि का, मुझे कहां बांधोगे किस लय, किस छन्द में?

जब भी हिंदी का कोई बड़ा स्तंभ डगमगाता है तो ऐसा कहा जाता है कि विराट शून्य हो गया है… Read More

कुछ सपनों के मर जाने से, जीवन नहीं मरा करता है: गोपालदास नीरज

नीरज ने बॉलीवुड के लिए अनेक लोकप्रिय गीत लिखे। उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार के अलावा पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे नागरिक सम्मान… Read More