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‘मेरे पास मां है’- सिनेमा जब तक रहेगा, ये शब्द गूंजते रहेंगे
साल 1951, फिल्म थी आवारा, राज कपूर के बचपन का रोल निभाते हुए एक छोटा सा बच्चा स्कूल मास्टर से…
अपनी प्राइवेसी छिनने पर क्या सोचता है आधार?
आप बस अपनी प्राइवेसी की सोचते हो, क्या आपने मेरा कुछ सोचा कभी, मैं इतनी जगह लिंक होकर कैसा फील…
कार छोड़ो, पैदल चलो: पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम
कोविड महामारी के कारण दुनिया एक विकट स्थिति से धीरे-धीरे उबरती हुई नज़र आ रही है। लॉकडाउन के महीनों में…
