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Mascot: खेलों में शुभंकर का क्या काम होता है?

सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं पूरी दुनिया में प्रतीकों का बड़ा महत्व है. जैसे बीजेपी का साइन है कमल का फूल, जैसे कांग्रेस का हाथ का पंजा, आम आदमी पार्टी का झाड़, सपा की साइकिल और  बसपा की हाथी. दूर से कहीं झंडा लहराता देख ले तो जान जाएगा कि भइया फला आदमी फला पार्टी का है. ठीक वैसे ही स्पोर्ट्स की दुनिया में मैस्कॉट का बड़ा महत्व है. 

किसी स्पोर्ट्स इवेंट्स के मेस्कॉट को देखकर ही आदमी जान जाए कि ये फला सन के फला इवेंट्स का मेस्कॉट है. दरअसल जो मेस्कॉट है, उसे हिंदी में शुभंकर कहते हैं. मेस्कॉट शब्द की उत्पति फ्रांस से है, जहां इसका अर्थ है ऐसा कुछ जो भाग्य लाए.  अगर बात खेल के संसार की हो तो इनका इस्तेमाल भाग्य से अलग भी होता है.

खेलों के अलावा भी शुभंकर बनाए जाते हैं

सामान्य तौर पर स्पोर्ट्स इवेंट्स के मेस्कॉट जानवरों के चेहरे होते हैं. कुछ जगह किसी क्षेत्र विशेष के किसी खास इमारत, चीज को भी मेस्कॉट बनाया जाता है, जिससे लोग जुड़ाव महसूस करें. प्रशंसक देखकर ही बता दें अच्छा, इस वाले मैच में ये मेस्कॉट था. ओलंपिक गेम्स, फीफा वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स और अन्य स्पोर्ट्स इवेंट्स में अलग-अलग मेस्कॉट ने चर्चित रहे.

खेल के संसार में कई बार मेस्कॉट बड़े संदेश लेकर आए. जैसे किसी विलुप्तप्राय या संकटग्रस्त जीव को मेस्कॉट बनाने से वह चर्चा में आया, उसे बचाने के लिए कई संस्थाएं लोग आगे आए. जैसे अगर कोई इवेंट्स हो तो गौरेया, गिद्ध या लकड़बग्घे को मेस्कॉट बनाया जा सकता है, क्योंकि बेहद तेजी से उनकी संख्या घट रही है. 

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2022 ओलंपिक का शुभंकर

अब बात करते हैं कुछ मेस्कॉट की जो खूब चर्चित हुए. 2022 के ओलंपिक में मेस्कॉट का नाम बिंग ड्वेन ड्वेन रखा गया. यह एक बड़ा पांडा है, जिसने बर्फ का सूट पहन रखा है. विंटर स्पोर्ट्स का प्रतिनिधित्व कर रहे इस पांडा को 2022 के ओलंपिक्स के स्पोर्ट्स का शुंभकर बनाया जाना तय है.

इससे पहले 2018 के एशियन गेम्स में फिन फिन, अतुंग और काका को मेस्कॉट बनाया गया था. भिन-भिन एक ऐसी चिड़िया है, जो ईस्ट इंडोनेशिया को रणनीति को दर्शाती है. अतुंग एक हिरण है, जो इंडोनेशिया में पाया जाता है. काका एक सींग वाला गैड़ा है, जो इंडोनेशिया की ताकत को दर्शाता है. जिस देश में सामन्यत: स्पोर्ट्स होते हैं, उन्हें हक होता है कि वे मेस्कॉट का चुनाव करें.

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2018 में एआईबीए यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में के मेस्कॉट हंगेरियन ग्रे बैल और गाय था. नौवीं शताब्दी से ही यह चिन्ह हंग्री का प्रतीक है. ये हंग्री की जीवटता को दिखाते हैं. बॉक्सिंग के लिए ये हंग्री का मेस्कॉट है. 

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2018 में हुए 14वें वर्ल्ड स्विमिंग चैंपियनशिप का मेस्कॉट थी जेली. यह जेलीफिश थी. जेलीफिश पानी के भीतर रहता है और यह अलग तरह का जलीय जंतु है. यह अगर दो हिस्सों में कट जाए तो अलग-अलग हिस्सा, अलग-अलग जेलिफिश के तौर पर आगे बढ़ जाती हैं. 

कछुआ भी बना था शुभंकर

ओडिशा के मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप 2018 का मेस्कॉट था ऑली रिडले कछुआ. ये समुद्री तटों पर बड़ी संख्या में अंडे देने आते हैं. वन विभाग की नजरों में ये जीव ओडिशा के मेहमान हैं, जिनकी रक्षा वन विभाग करता है. 

रूस में हुए फीफा वर्ल्ड कप 2018 में चश्मा पहने भेड़िया को शुभंकर के तौर पर चुना गया था. स्पेस सूट पहने इस शुभंकर को जाबीवाका नाम दिया गया था. अगर पैटर्न का अध्ययन करें तो एक बात साफ तौर पर दिखती है कि जिसे मेस्कॉट या शुंभकर चुना जाता है, वे किसी क्षेत्र विशेष की पहचान होते हैं. जिन जीवों को चुना जाता है, वे उस जगह के लिए बेहद महत्व वाले होते हैं. इनका चुनाव सामन्यत: मेजबान देश ही करते हैं.

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इससे खेल को एक प्रतीक मिलता है. लोग उसकी तरफ आकर्षित होते हैं और पशु पक्षियों को चुनने पर उनकी जाति का भी कुछ भला हो जाता है. कुल मिलाकर आम के आम और गुठलियों के दाम. आप भी पशु-पक्षियों से प्यार करिए और उन्हें सुरक्षित रखने का प्रयास करिए.