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‘मेरे पास मां है’- सिनेमा जब तक रहेगा, ये शब्द गूंजते रहेंगे
साल 1951, फिल्म थी आवारा, राज कपूर के बचपन का रोल निभाते हुए एक छोटा सा बच्चा स्कूल मास्टर से…
एक्सक्लूसिव इंटरव्यू: खुदाई स्पेशलिस्ट और मोस्ट चर्चेबल JCB जी
सारी दुनिया एक तरफ और इनकी खुदाई एक तरफ। ये कोई आम आदमी नहीं है जी, ये इतनी खास हैं…
दिव्यमान उवाच- हमारी सोच में भयंकर खोट है
कभी-कभी ऐसा होता है हम तृतीय श्रेणी के सिनेमाघर में बैठे होते हैं और कुछ देर शालीनता से बैठने के…