523 करोड़

देहाती आदमी का प्रधानमंत्री को खुला पत्र! मुझे पइसा उधार दे दो..

प्यारे प्रधानमंत्री जी! कुछ लोग प्यार करते हैं. कुछ लोग कारोबार करते हैं. पहले वाले की जिंदगी रो-रोकर बीतती है. घर वाले चांप देते हैं....