बहुत क्रूर और भयावह होता जा रहा है मीडिया का चरित्र
घटनाएं जितनी भयावह और वीभत्स होंगी, संपादकों के चेहरे पर उतनी ही प्यारी मुस्कुराहट तैरती नजर आएगी.
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
घटनाएं जितनी भयावह और वीभत्स होंगी, संपादकों के चेहरे पर उतनी ही प्यारी मुस्कुराहट तैरती नजर आएगी.