रात दरवाज़े पर दस्तक दे रही है
रात अब दरवाज़े पर खड़ी है रह-रह के सायरन की सदा आ रही है.
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
रात अब दरवाज़े पर खड़ी है रह-रह के सायरन की सदा आ रही है.
माना अपने गांव में, रहता बहुत कलेस। कुल पीड़ा स्वीकार है, ना जाइब परदेस।
नीरज ने बॉलीवुड के लिए अनेक लोकप्रिय गीत लिखे। उन्हें फिल्मफेयर पुरस्कार के अलावा पद्मश्री और पद्मभूषण जैसे नागरिक सम्मान…
बरस के बीतते इन आखिरी दिनों में/ कैलेंडर की अहमियत घट रही है।
यह रिवर्स टैलेंट का दौर है,जब संघर्षों की आवश्यक प्रक्रियाएं रोचक कहानियों के आवरण में सहानुभूतिक शब्दों के टैगलाइन के…