पॉलिटिकल लव: चलो प्यार में उपवास रखते हैं…
तुम मेरी बात क्यों नहीं सुनते हो आज कल तो क्या तुम अब उपवास रखोगी सोच तो यही रही हूं!
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
तुम मेरी बात क्यों नहीं सुनते हो आज कल तो क्या तुम अब उपवास रखोगी सोच तो यही रही हूं!