कोरोना वायरस ने एक झटके में पुलिस सिस्टम को सुधार दिया है?

कहा जाता है कि आग लगने पर कुआं खोदने का फायदा नहीं होता। फिलहाल भारत में लगी कोरोना की आग में ऐसे कई कुएं खोदे जा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि कोरोना की इस आग में ये कुएं फिलहाल भले ही थोड़ी मदद कर सकें, लेकिन भविष्य में यही काफी मदद करने वाले हैं। आशा यह भी है कि जो संसाधन आज तैयार किए जा रहे हैं, उन्हें भविष्य में कभी जरूरत पड़ने पर बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा।

सुधर गया है पुलिस सिस्टम!

कोरोना के कारण लॉकडाउन जरूरी है। लॉकडाउन में पुलिस तैनात है। हर कोने पर मौजूद पुलिस की ही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। पुलिस का काम है कि लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। लॉकडाउन के दौरान लोग घरों से ना निकलें, जरूरी चीजों के अलावा दुकानें ना खुलें, यह भी बहुत जरूरी है। पुलिस इन सब चीजों को काफी बेहतर तरीके से कर रही है।

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ड्रोन और कैमरों से मुस्तैद हुई पुलिस

कोरोना के कारण छोटे-छोटे जिलों की पुलिस के पास भी कैमरे आ गए हैं। पुलिस की टीम स्वास्थ्य विभाग की टीम से बेहतर संयोजन करके काम कर रही है। कहीं-कहीं कैमरे खरीदे गए हैं तो कहीं थर्ड पार्टी कॉन्सेप्ट पर हैं लेकिन ज्यादातर जगहों पर ड्रोन कैमरे दिखने लगे हैं। ड्रोन कैमरों से पुलिस निगरानी कर रही है। ड्रोन में लगे सायरन लोगों को चेतावनी भी दे रहे हैं।

अब जरूरी है कि भविष्य में कोरोना काल के बाद भी पुलिस इन ड्रोन का इस्तेमाल करती रहे। तकनीकी का इस्तेमाल करके पुलिस अपराध को कम करने का भी काम करती रहे। जरूरत पड़ने पर अपराधियों को पकड़ने, संकरे इलाकों में निगरानी करने और अन्य जरूरी कामों के लिए ड्रोन जैसे तकनीकी उपकरणों का इस्तेमाल करते रहें।

ये 5 काम करिए लॉकडाउन बहुत आसान हो जाएगा

सुरक्षा उपकरणों का जमकर इस्तेमाल कर रही पुलिस

कोरोना काल में पुलिस को मास्क, पीपीई किट और ग्लव्स से लैस देखी जा रही है। गांव में भी जा रही पुलिस की टीम सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित है। लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ पुलिसकर्मियों को भी खुद पर भरोसा है कि वे खुद भी सुरक्षित हैं। मोबाइल, कैमरा, सोशल मीडिया के इस जमाने में पुलिस के लिए जरूरी है कि वह तकनीकी साजोसामान का दायरा बढ़ाती रहे।

फिल्मों में देखा जाता है कि पुलिस घटना के बाद ही पहुंचती है। ऐसे में अगर पुलिस के पास सर्विलांस और निगरानी के लिए बेहतर उपकरण हों, जांच के लिए सही तकनीकी हो और कम्युनिकेशन के साथ-साथ ट्रांसपोर्ट के भी बेहतर साधन हों तो पुलिस अपना काम काफी तेज और सटीकता के साथ कर रही है।

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