गुनाहगार हूं तुम्हारे माथे पर होठों से चांद बनाने का
लो बना दिया तुम्हारे माथे पर चाँद जो तुम्हारी हसरत थी नहीं जानता कि यह प्रेम है या प्रेम में…
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
लो बना दिया तुम्हारे माथे पर चाँद जो तुम्हारी हसरत थी नहीं जानता कि यह प्रेम है या प्रेम में…