पॉलिटिकल लव: चुनाव में जो ‘हुआ सो हुआ’, अब प्यार करो
क्या बात है कहाँ गायब हो आजकल? कहीं नहीं बस चुनाव में लगा हुआ था। अच्छा चुनाव के चक्कर में…
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
क्या बात है कहाँ गायब हो आजकल? कहीं नहीं बस चुनाव में लगा हुआ था। अच्छा चुनाव के चक्कर में…
तुम कोई भी फैसला सुना देती हो। सही फैसला ही सुनाती हूँ मैं। तुम न वही फैसले सुनाया करो जिनका…
तुम दाल बना लेती हो? हां बना लेती हूँ, क्या हुआ बताओ? हुआ कुछ नहीं, बस बाल मत कटवाना। अच्छा…
यार एक बात बताओ नागपुर वाले फूफा को हुआ क्या है? मुझे तो लग रहा है कोई कागज बदल दिया…
यार शादी के लिए कुछ सोचा है तुमने? क्या सोचना है कर लेंगे वक़्त आने पर। अच्छा अगर घर वाले…
यार यहाँ साँस लेने में दिक्कत हो रही है। अच्छा जाओ बतख वाले तालाब में। ठीक है असम की टिकट…
तुम कोई फोटो क्यों नहीं खिंचवाते हो? अरे हमें पसंद नहीं है ये सब। अच्छा जी फिर फोटोग्राफी डे पर…
तुम साइकिल चला लेते हो ? अरे बाबा मैं कहां चला पाता हूं, और तुम? मेरा भी तुम्हारे वाला हाल…
तुम जयपुर आए थे? हां आया तो था सोचा तुम से मिल कर जाऊंगा। अच्छा क्या पहन कर आए थे…
भूख लगी है बहुत जोर से। कुछ खा क्यों नहीं लेते फिर तुम! अरे बेबी पैसे ही नहीं है। अच्छा…