पॉलिटिकल लव: भारतीय राजनीति का धरनेबाज आशिक कौन?
तुम तो मेरी तरफ देखते तक नहीं हो। कैसे देखूं, हर बात पर ज़िद करे बैठी रहती हो। अरे तो…
जहां बातें होंगी हिंदी इस्टाइल में
तुम तो मेरी तरफ देखते तक नहीं हो। कैसे देखूं, हर बात पर ज़िद करे बैठी रहती हो। अरे तो…
तुम नागपुर जा रहे हो? हां जा रहा हूँ वहाँ पर कुछ काम से। तो बताओगे क्यों जा रहे हो,…
अब तुम मेरे हिसाब से नहीं चलते हो। अरे चलता तो हूँ मेरी जान। कहाँ रुकते हो तुम बेहिसाब बढ़े…
तुम बहुत बोलते हो। अरे कहाँ बोलता हूँ मैं! बस करो ये बताओ तुम्हारा रिमोट किसके पास है? तुम्हारे पास…
तुम्हें पता है भगवान का गूगल कौन था? अरे बाबा उस टाइम तो इंटरनेट ही नहीं था तो गूगल कौन…
मैं भाषण देने लगा तो तुम 15 मिनट नहीं टिक पाओगी। अच्छा बिना पर्चे के बोलकर दिखाओ भाषण। बिना पर्चे…
तुम मेरी बात क्यों नहीं सुनते हो आज कल तो क्या तुम अब उपवास रखोगी सोच तो यही रही हूं!
तुम न बहुत झूठ बोलती हो, अच्छा ज्यादा आरोप न लगाओ नहीं तो मानहानि का केस कर दूंगी। कर दो…
तुम प्यार की रक्षा के लिए क्या करोगे? मैं भी लाल किले पर यज्ञ करूँगा। अरे! उससे क्या? बस एयर…
कल तुम मुझे इग्नोर करके आगे क्यों चले गए? अरे वो दोस्त से मिलना था, तुम तो रोज ही साथ…